विराट कोहली की जीवनी, आयु, जीवन उपलब्धियाँ

0
4

आप से एक सवाल पूछता हूँ क्रिकेट का किंग किस क्रिकेटर को कहा जाता हैं ? आपने बिल्कुल सही सोचा हम आज बात करने वाले हैं इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके जिन्हे लोग रन मशीन के नाम से भी बुलाते हैं  और की जिनके नाम कई रिकॉर्ड हैं उन क्रिकेटर का नाम हैं “विराट कोहली” तो आइये शुरू से शुरुआत करते हैं

[ez-toc]

बचपन

Virat kohli,childhood

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली की एक पंजाबी हिंदु फैमिली में हुआ उनके पिता एक क्रिमिनल लॉयर थे तथा माता एक  हाउसवाइफ थी। 

विराट ने अपनी शुरुआती पढाई विशाल भारती पब्लिक स्कूल से की थी। विराट की फैमिली के अनुसार विराट का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति काफी लगाव रहा था उनके इसी लगाव के कारण  विराट के पिताजी प्रेम कोहली ने उनका एडमिशन West Delhi Cricket academy (WCDA) में करवा दिया ताकि वे अपनी क्रिकेट की कला को और बेहतर कर सकें। WCDA में उनकी मुलाकात राजकुमार शर्मा से हुई जिनसे विराट कोहली ने अपनी आगे की ट्रेनिंग ली । राजकुमार शर्मा भी विराट कोहली की क्रिकेट की तरफ लगाव और मेहनत देख कर काफी प्रभावित हुए इसी तरह काफी उनकी ट्रेनिंग चलती रही।

ट्रेनिंग के दिनों में उन्हे काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है जैसे की टैलेंट होते हुए भी अंडर-14 दिल्ली टीम में चयन नही हुआ। लेकिन विराट कोहली ने हार नही मानी और अंडर- 15 टीम में अपना रास्ता बनाया। मैच में प्रैक्टिस करते हुए  विराट कोहली को sumeet डोगरा अकादमी से भी ट्रेनिंग लेने का मौका मिला। विराट कोहली के जीवन में सबकुछ सही चल रहा था फिर आता हैं उनके जीवन का सबसे काला दिन 18 दिसम्बर 2006 को उनके पिता (प्रेम कोहली) की cerebral attack(मस्तिक में ब्लड फ्लो कम होना) से मृत्यु हो जाती हैं। विराट कोहली इस से पूरी तरह टूट जाते हैं   क्योंकि पिता (प्रेम कोहली )उनके के लिए रोल मॉडल थे।  विराट कोहली ने  एक बार कहा था की वो आज जो भी है वो सिर्फ अपने पिता की वजह से हैं, इस बात से हम पता लगता हैं की उनके पिता का उनके जीवन में कितना अहम रोल था।

करियर का ट्रनिंग पॉइंट/ carrer’s turning points

ICC U-19, worldcup

कोहली के करियर का एक मोड़ 2008 में आया जब उन्होंने भारतीय यु-19 टीम को आईसीसी यु-19 विश्वकप में जीत दिलाई।  इस मैच में विराट कोहली की लीडरशिप और बैटिंग कौशलों को देखकर दर्शकों ने दांतों तले ऊँगली दबा ली। और ये कौशल आने वाली जीत  का संकेत था। युवा विश्वकप में उनके प्रदर्शन ने उन्हें सीनियर टीम में प्रवेश करने के लिए रास्ता खोल दिया। 

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट/international Cricket

International cricket, Virat Kohli

 विराट कोहली ने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच (ODI) में अगस्त 2008 में श्रीलंका के खिलाफ अपने डेब्यू किया  था जबकि उन्होंने अपने पहले कुछ मैचों में कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डाला। लेकिन उन्हें  अपनी क्षमता की झलक दिखाई में देर नहीं लगी जल्द ही उन्होंने भारतीय टीम में एक मुख्य खिलाड़ी बना लिया और उन्होंने भारतीय बैटिंग  में अपनी जगह बना ली।

कोहली का टेस्ट डेब्यू 2011 में हुआ, और उन्होंने तुरंत     अपने कौशल काप्रभाव डाला, पश्चिमी इंडीज के खिलाफ एक शतक बनाया। विभिन्न स्थानों पर टेस्ट क्रिकेट में उनकी मौजूदगी ही विरोधी टीम की  बेचैनी  का कारण बन गयी थी। 

कप्तान कोहली का आगमन/ Caption virat kohli

Caption Virat Kohli

दिसंबर 2014 में, विराट कोहली को एमएस  धोनी की जगह भारतीय क्रिकेट  टीम का कप्तान बनाया गया। उनकी उत्साही और उत्साहपूर्ण कप्तानी शैली भारतीय क्रिकेट में एक नया युग का संकेत था। कोहली की कप्तानी के तहत, भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए, जैसे कि 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतना।

कोहली के बैटिंग रिकॉर्ड्स/ Cricket Reacoard

Virat Kohli , cricket records

विराट कोहली को अपनी यूनिक बैटिंग और वनडे और टेस्ट मैचों में स्कोर बनाने के कारण उन्हें रन- मशीन के रूप में जाना जाता हैं।अपने कई रिकॉर्डों और प्राप्तियों के बावजूद,  विराट कोहली को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उनकी 2014 की इंग्लैंड दौरे में सामर्थ्य में विफलता और उनके गैर-घरेलू स्थानों पर पहले कुछ समय के लिए कमी में उनकी प्रारंभिक मुश्किलें चर्चित रहीं। हालांकि, उन्होंने अपने खेल पर कड़ी मेहनत की और इन क्षेत्रों में सुधार किया, जिसने उनकी सहनशीलता और संकल्प को साबित किया।